किसान जैविक खेती अपनायें – कृषि मंत्री
तीन दिवसीय कृषि मेला सम्पन्न
जबलपुर: किसान भाई जैविक खेती अपनायें । इस आशय की बात प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन द्वारा जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय प्रांगण में तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि उदय मेला के समापन अवसर पर कही । समारोह में जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा पटेल, जनपद पंचायत लालबर्रा बालाघाट की अध्यक्ष श्रीमती किरन मरावी, कृषि मंडी अध्यक्ष श्री राजा बाबू सोनकर, विधायक पनागर श्री सुशील तिवारी इंदु, कलेक्टर श्री महेश चन्द्र चौधरी, कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति श्री विजय सिंह तोमर, संचालक कृषि विस्तार सेवा डॉ. प्रदीप बिसेन, उप संचालक कृषि डॉ. आनंद मोहन शर्मा, डॉ. एस.के. राव तथा कृषि वैज्ञानिक, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित थे ।
कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि किसान भाई जैविक खेती अपनायें ।आपने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री द्वारा कृषि फसलों के लिए फसल बीमा योजना बनाई है । किसान भाई अपनी फसलों का बीमा अनिवार्य रूप से करायें, जिससे फसल नुकसानी के बाद बीमा का लाभ प्राप्त किया जा सके । आपने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए अनेक योजनायें बनायी गई है । किसान भाई कृषि मेला में उन्नत तकनीकी सीखकर जायें एवं उसका उपयोग करें । किसान का बेटा परम्परागत खेती नहीं अब तकनीकी खेती करना चाहता है । इसलिए खेती में नवीन तकनीक का उपयोग किया जाये । फसलों में रासायनिक खादों का उपयोग नहीं करें तथा जैविक खेती अपनायें । तकनीकी रूप से खेती करने पर ज्यादा उत्पादन कम लागत में प्राप्त किया जा सकता है । किसान भाईयों को चाहिए कि वे फलदार पैधे लगायें तथा अपनी आय बढ़ायें । फलदार पौधे लगाने सरकार अनुदान देगी । मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि नमामि देवी नर्मदा यात्रा सरकार द्वारा प्रारंभ की गई है । नर्मदा किनारे वृक्षरोपण एवं फलदार पौधे राजस्व, कृषि एवं वन विभाग के माध्यम से लगाये जायेंगे । मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि किसानों एवं वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से ही प्रदेश को चार बार कृषि कर्मणा अवार्ड प्राप्त हुआ है । किसान भाईयों को निर्धारित समय तक बिजली उपलब्ध कराना विद्युत विभाग की जिम्मेदारी है । आपने कहा कि प्रदेश दलहन एवं तिलहन उत्पादन में देश में पहले स्थान पर तथा गेहूं उत्पादन में दूसरे स्थान पर है । किसान भाई खेती के कार्य में परिवर्तन लायें तथा खेती को लाभ का धंधा बनायें । किसान पशुपालन भी करें तथा अपनी आमदनी दोगुनी करें । कृषि आय पर कोई टेक्स नहीं लगता ।
मंत्री ने कहा कि एकीकृत खेती में दुग्ध उत्पादन भी बढ़ाया जाये । आपने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने जय विज्ञान का नारा दिया है । फसल बीमा के संबंध में कृषि अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा जिससे वे किसानों की फसलों का बीमा ठीक तरह से कर सकेंगे । उनके टेबलेट भी उपलब्ध कराया जायेगा । प्रदेश में धान की पैदावार भी बहुत होती है । किसान भाई अपने खेतों में बलराम तालाब बनायें उसमें मछली एवं बतख पालन भी करें । मंत्री श्री बिसेन ने शासन की अन्य योजनाओं की भी जानकारी मेला में दी ।
संचालक कृषि विस्तार सेवा डॉ. प्रदीप बिसेन द्वारा कहा गया कि प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा खेती को लाभ का धंधा बनाने एवं किसानों की आय को दोगुना करने के लिए अनेक योजनायें बनायी गई हैं । कृषि मेला में लगभग 25 हजार किसानों को जानकारी दी गई है । विदेश से भी वैज्ञानिक आये थे । 115 स्टॉल कृषि मेला में लगाये गये थे । संगोष्ठी के माध्यम से किसानों को जानकारी दी गई है । कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति श्री विजय सिंह तोमर ने कहा कि किसान भाई परिवर्तन खेती अपनायें । खेती में वैज्ञानिक तरीकों एवं कृषि यंत्रों का उपयोग करें जिससे लाभ अधिक होगा ।
कृषि मेला में उन्नतशील किसानों को शाल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।
कृषि मेला में कृषि विषय पर सी.डी. पुस्तक एवं पत्रक का विमोचन किया गया । मेला में किसानों एवं विभिन्न कम्पनियों द्वारा स्टॉल लगाकर किसानों को जानकारी दी गई । मेला में स्टॉलों को भी पुरस्कृत किया गया । मेला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं किसानों द्वारा कृषि स्टॉलों का अवलोकन किया गया ।
[डायरेक्टर-शैलेष दुबे]