स्टार भास्कर डेस्क/रिपोर्ट अमित सोनी/जबलपुर@ कभी सुखद, कभी दुखद तो कभी प्रेरणा देने वाली घटनाओं से भरा है मन। ये घटनाएं किसी न किसी रूप में जीवन को दिशा़ देती हैं एवं हमारे सोच व व्यक्तित्व को परिपक्व करतीं हैं।
ऐसी ही खट्टी-मीठी, कड़वी घटनाओं को पटल पर आॅनलाइन साझा किया हिंदी लेखिका संघ की रचनाकारों ने। विषय था ॓ मन का कोना ॔ जहां किसी ने बचपन व स्कूली जीवन, किसी ने कोरोना काल में बीती पारिवारिक त्रासदी, किसी ने विवाह के बाद ससुराल में मिले प्रोत्साहन, किसी ने अपनों से मिले धोखे, किसी ने आज के आज के युग में भी जीवित मानवीयता तो किसी ने अपने कृत्य पर आजन्म हुए पछतावे को बहुत ही संवेदनशीलता से व्यक्त किया।
संघ अध्यक्ष अर्चना मलैया ने विषय प्रवर्तन किया। डॉ कामना श्रीवास्तव तिवारी के संचालन में श्रीमती अर्चना गोस्वामी ने मंगलाचरण की मधुर प्रस्तुति से कार्यक्रम का आगाज़ किया। अलका मधुसूदन पटेल, डॉ राजलक्ष्मी शिवहरे, निर्मला तिवारी, चंद्र प्रकाश वैश्य, छाया त्रिवेदी, डॉ शोभा सिंह, शशि कला सेन, उमा पिल्लै, डॉ मनोरमा गुप्ता, उमा प्रीति मिश्रा, राजकुमारी रैकवार,प्रभा श्रीवास्तव, डॉ मुकुल तिवारी, अनुराधा अनु, रत्ना ओझा, ज्योत्स्ना शर्मा, छाया सक्सेना, डॉ आशा श्रीवास्तव, अर्चना गोस्वामी, प्रार्थना अर्गल, गायत्री चौबे, विनीता पैगवार आदि ने स्वयं से जुड़ी प्रेरक घटनाओं को अभिव्यक्त किया।