विव हृदय दिवस पर एस.ए.एफ. के जवानों के लिए हुआ, जागरूकता कार्यक्रमडी.एफ.पी. का आयोजन
जबलपुर: 29 सितम्बर विव हृदय दिवस के उपलक्ष्य में क्षेत्रीय प्रचार निदेालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के जबलपुर स्थित कार्यालय द्वारा मेडीकल साइंस युनिवर्सिटी जबलपुर तथा योग मित्र मण्डल के सहयोग से 6 वीं बटालियन एस.ए.एफ. रॉंझी जबलपुर में एक विष जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया, इस अवसर पर प्रसिद्व हृदय रोग विषज्ञ, कुलपति म.प्र.मेडीकल साइंस यूनिवर्सिटी प्रो. डॉ. आर.एस.ार्मा ने अपने वक्तव्य में बताया कि हद्वय रोग में व्यक्ति की जीवन शैली का बहुत बडा स्थान है, एक शब्दों में कहूॅं तो यही जीवन शैली हमारे हृदय पर बहुत ज्यादा प्रभाव डालती है, अतः हमें अपना खानपान, तनाव, योगा, सभी को संतुलित रखते हुए एक अच्छी जीवन ौली को अपना कर हृदय रोग से बचना है, क्योंकि निकट भविष्य में हृदय रोग भारत की सबसे बडी बीमारी के रूप में उभर रही है, इस अवसर पर उन्होंनें हृदय रोग के लक्षणों को बताते हुए जीवन रक्षक मुक्का, श्वास प्रदान करने के साथ त्वरित चिकित्सा सेवा लेने की सलाह दी, वहीं कार्यक्रम में उपस्थित सुप्रसिद्व वरिष्ठ योगाचार्य श्री अविना तिवारी ने हृदय को ठीक रखने के लिए योग को अपनाने की सलाह दी एवं आसानो/प्राणायाम से जवानों का परिचय कराया तथा श्री तिवारी द्वारा तनाव को कम रखने के लिए हास्य क्रिया को अपनी जीवन में अपनाने को कहा एवं कार्यक्रम में क्रियाऐं भी करवाई ।
कार्यक्रम में उपस्थित हद्वय रोग पीडित श्री कमलजीत सिलावट द्वारा अपना अनुभव भी शेयर किया गया ताकि लोग गैस, छाती में दर्द इत्यादि को मामूली समझ कर स्वंय इलाज में ना पडें,बल्कि चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमाण्डेंट एस.ए.एफ. छठीं बटालियन श्री कुमार सौरभ द्वारा उक्त विव हद्वय दिवस को मनाने की आवयकता पर प्रका डाला एवं जवानों को तनाव मुक्त रहने की अपेक्षा की । कार्यक्रम के प्रारंभ में क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्रीमती वर्षा शुक्ल पाठक द्वारा आयोजन की आवयकता एवं महत्व पर प्रका डाला तथा भारत सरकार द्वारा योग एवं चिकित्सा तथा स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए निरंतर किए जा रहे प्रयासों पर जानकारी दी, एवं लोंगों से स्वस्थ्य हृदय हेतु नियमित दिनचर्या की चर्चा की । कार्यक्रम में योगा विषज्ञ श्रीमती योगिता तिवारी विष रूप से उपस्थित रहीं एवं बडी संख्या में एस.ए.एफ. के जवान उपस्थित रहे ।
[डायरेक्टर-शैलेष दुबे]