जबलपुर: शत-प्रतिशत पेंशन प्रकरणों का निराकरण करें । इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्री महेश चन्द्र चौधरी द्वारा जिला पेंशन फोरम की कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित बैठक में दिए गए । इस अवसर पर संभागीय पेंशन अधिकारी, पेंशन संगठनों के पदाधिकारी, कोषालय एवं विभिन्न विभागों के आहरण संवितरण अधिकारी एवं पेंशन प्रकरणों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे ।
कलेक्टर श्री महेश चन्द्र चौधरी ने कहा कि शासकीय कर्मचारी सेवानिवृत्त हो जाते हैं और उनके पेंशन प्रकरण लंबित पड़े रहते हैं । अत: पेंशन प्रकरणों का शत-प्रतिशत निराकरण किया जाये । कोई भी पेंशन प्रकरण लंबित नहीं रखें । यदि प्रकरणों में किसी भी प्रकार की आपत्ति है तो सम्पूर्ण दस्तावेजों के साथ पेंशन कार्यालय में उपस्थित होकर प्रकरणों का निराकरण करायें । यदि पेंशन प्रकरण न्यायालय में है उनका शीघ्र निराकरण करावें । न्यायालयीन प्रकरण में शासकीय अधिवक्ता से भी मार्गदर्शन लिया जा सकता है । 31 मार्च तक प्रकरण शून्य करें । कलेक्टर ने चेतावनी दी कि दस से अधिक पेंशन प्रकरणों के लंबित रहने पर संबंधित अधिकारी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकती है । इसलिए पेंशन के प्रकरणों का निराकरण गंभीरता से करें । संकुल प्राचार्यों के पास एवं अन्य आहरण संवितरण अधिकारियों के पास यदि प्रकरण लंबित है, तो उनका शीघ्र निराकरण करायें ।
कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि सेवानिवृत्त के बाद कर्मचारियों को परेशान नहीं किया जाये । आहरण संवितरण अधिकारी सही तरीके से प्रकरण बनायें । पेंशन प्रकरण बनाने वाले अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया जावे । ऐसे विभाग जहाँ अधिक पेंशन प्रकरण लंबित हैं, वे शिविर लगाकर पेंशन प्रकरणों का निराकरण करायें । उन्होंने कहा कि पेंशनरों को दवाईयाँ नियमित रूप से दी जायें तथा खरीदी गई दवाईयों का सत्यापन पेंशन संघों के पदाधिकारियों से कराया जाये ।
संभागीय पेंशन अधिकारी द्वारा बताया गया कि पूरे जिले में 122 प्रकरण पेंशन के लंबित हैं । बैठक में विभागवार लंबित पेंशन प्रकरणों की समीक्षा की गई तथा आवश्यक निर्देश दिए गए ।
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