आपने कभी 600 करोड़ रुपये के छोटे से गणपति भगवान् देखें है ?
वैसे तो भगवान की कोई कीमत नहीं, लेकिन ये कलियुग है भाई और कलयुग में कुछ भी हो सकता है। हमारे यहां तो धर्म-कर्म में लोगों की कुछ ज्यादा ही आस्थाएं हैं। ख़ैर छोड़ो हम आपको बता रहे थे 600 करोड़ के गणेशजी के बारे में गुजरात के सूरत शहर को हीरा नगरी के रूप में जाना जाता है। इसी हीरा नगरी में है कच्चे हीरे की 182.3 कैरेट की गणेश जी की मूर्ति अब कैरेट न समझ आए तो, बता दे रहें हैं वज़न है 36.5 ग्राम.. अब अंदाजा लगा लीजिए के कितना बड़ा होगा ये हीरा। गणेश जी के आकार के इस हीरे को अगर हम बाज़ार में बेचने जाएं तो मान कर चलो की 600 करोड़ तो मिल ही जाने हैं। हीरे के इस गणेश जी की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि यह प्राकृतिक है इसे बनाया नहीं गया है.. मतलब कि ये स्वयं अवतरित हुए हैं।600 करोड़ के ये गणेश जी सूरत के प्रसिद्ध हीरा व्यापारी कनुभाई आसोदरिया के घर पर हैं जो कि पिछले 12 वर्षो से आसोदरिया परिवार के अराध्य हैं… अब भला इतने मंहगे आराध्य आसानी से थोड़े ही मिलते हैं। सूरत में रहने वाले कनु भाई आसोदरिया सूरत में बैठकर देश और दुनिया के कई हिस्सों में डायमंड का बड़ा कारोबार करते हैं.. मने कि महंगे गणेश जी भी अमीरों के ही घर पधारते हैं।आसोदरिया परिवार के मुताबिक आज से 12 साल पहले बेल्जियम से आए कच्चे हीरों की खेप में ये हीरा मिला था.. अब इसे तो किस्मत ही कहेंगे। इसमें गणेश जी की छवि नज़र आने पर इसे घर के मंदिर में रख दिया गया, तब से यह यही पर विराजित है। वैसे तो आस्था की कोई कीमत नहीं होती है पर हीरे के इन गणेश जी के लिए आसोदरिया परिवार के पास अब तक 600 करोड़ रूपए तक के ऑफर आ चुके हैं, पर आसोदरिया परिवार इन्हें बेचने का इच्छुक नहीं है और बेचे भी कैसे अब ये इनके आराध्य जो बन चुके हैं।
आइए आपको थोड़ा और पास्ट में ले चलते हैं, दरअसल कनु भाई ने वर्षों पहले जब बेल्जियम से डायमंड का जखीरा मंगाया था तभी उसमें से भगवान गणेश जी के आकार का एक बड़ा डायमंड निकला था। बस तभी से कनु भाई और उनके पारिवारिक लोगों ने इनकी पूजापाठ शुरू कर दी थी। इस पूजा-पाठ में चंद लोग ही शामिल होते थे.. डर लगता है भाई कहीं कोई इन्हें चुरा ले गया तो! हीरा जगत की विश्वव्यापी संस्था ने उन्हें इस बात का प्रमाण पत्र भी दिया है कि इस हीरे से कोई छेड़-छाड़ नहीं की गई है इसका आकार कुदरती है। कनु भाई की मानें तो उनके कुछ दोस्तों की सलाह के बाद वो भगवान गणेश रूपी इस डायमंड को अब लोगों के सामने दर्शन के लिए पेश करना चाहते हैं।