भोपाल:[स्टार भास्कर]: मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान ने नागरिकों से समृद्ध और
संस्कारित मध्यप्रदेश के निर्माण में सहयोग का
आव्हान किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष में एक पेड़
लगाने, एक बच्चे को कुपोषण से मुक्त करवाने,
एक को पढ़ाने और एक व्यक्ति को नशामुक्त
बनाने का संकल्प लें। श्री चौहान राजधानी में
गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर उन्होंने आगामी एक मई से
पॉलीथीन थैली के उपयोग को पूर्णत: प्रतिबंधित
करने, कैश-लैस ट्रांजेक्शन मिशन बनाने, दुराचार
के अपराधियों के लिये कठोरतम दंड व्यवस्था
हेतु जन-जागरण करने और लोगों को संकल्पित
करवाकर नशामुक्त प्रदेश बनाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आजादी के
समय समृद्ध और वैभवशाली देश का जो सपना
देखा गया था, वह अब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र
मोदी के नेतृत्व में साकार हो रहा हैं। भ्रष्टाचार,
आतंकवाद, कालेधन पर निर्णायक प्रहार हुआ है।
मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और स्वच्छ
भारत जैसे अभियानों से देश में नया वातावरण
बना है। मध्यप्रदेश भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका
निभा रहा है। आगामी 31 मार्च तक प्रदेश के
सभी नगर खुले में शौच से मुक्त हो जायेंगे। कैश-
लैस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिये
कनेक्टिविटी को विस्तारित किया जायेगा। इसके
लिये लाइन बिछाने में विद्युत खंबों का उपयोग
होगा। कैश-लैस ट्रांजेक्शन की आशंकाओं को
निर्मूल साबित करने के लिये ट्रांजेक्शन
इन्श्योरेंस का सुझाव भी केंद्र सरकार को दिया
गया है।
श्री चौहान ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म
के 100 वें वर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि
जनता को जर्नादन मानकर राज्?य सरकार काम
कर रही है। जो संसाधन का उपयोग कर रहे हैं, उन
पर करारोपण से प्राप्त राशि गरीब कल्याण के
काम पर व्यय कर रहे हैं। प्रत्?येक प्रदेशवासी
के पास रहने लायक भूमि हो इसका कानून आगामी
बजट सत्र में बनाया जायेगा। वर्ष 2022 तक
हर गरीब व्यक्ति के पास अपना मकान होगा।
श्री चौहान ने कहा कि शिक्षा को बढ़ावा देने के
लिये 12 वीं तक नि:शुल्क शिक्षा के साथ
गणवेश, साइकिल और छात्रवृत्तियाँ दी जा रही
हैं। अब सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर
बच्चों को भी छात्रवृत्ति देने की व्यवस्था कर दी
है। बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में जो 85 प्रतिशत
से अधिक अंक लाते हैं, उनके चिन्हित शिक्षण
संस्थानों में प्रवेश पर चिकित्?सा, यांत्रिकी,
प्रबंधन और विधि की उच्च शिक्षा की फीस
राज्य सरकार भरवायेगी। इससे कम अंक वालों की
भी फीस भरवाई जायेगी, यदि उन्हें भी उक्त
शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश मिलता है। शिक्षा
उपरांत फीस की राशि उन्हें वापस करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती को लाभ का धंधा
बनाने के लिये कृषि वानिकी, उद्यानिकी,
पशुपालन की समग्र गतिविधियों का आदर्श
मॉडल विकसित किया जा रहा है। रबी फसलों में
पाले से प्रभावित किसानों को उचित मदद की
जायेगी। तुअर की दाल की भी सर्मथन मूल्य पर
खरीदी की जायेगी। खाद्य प्र-संस्करण उद्योग
को बढ़ावा देने के साथ ही कुटीर एवं ग्रामो़द्योग
का जाल भी बिछाने का काम किया जा रहा है। इस
वर्ष 7.5 लाख व्यक्तियों को स्व-रोजगार एवं
7.5 लाख का कौशल उन्न्यन किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में चिकित्सालयों की
व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये युद्ध
स्तर पर पर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया
कि शासकीय जिला चिकित्सालयों के लिये विशेष
अभियान चलाया जायेगा।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश महिला सशक्तिकरण
के लिए संकल्पित राज्य है। महिलाओं को शिक्षक
के पदों में 50 और वन विभाग को छोड़कर शेष
सभी विभागों की नौकरियों में 33 प्रतिशत
आरक्षण दिया गया है। महिला स्व-सहायता
समूहों को और अधिक सशक्त बनाया जायेगा।
ग्रामीण क्षेत्र में नल से जल उपलब्ध करवाने का
प्रयास हो रहा है। उन्होंने पंचायत पदाधिकारियों
का आव्हान किया कि वे सरकार के साथ मिलकर
ग्रामीण विकास को नया आयाम देने के लिये आगे
आएं। उन्होंने बताया कि नगरोदय अभियान द्वारा
नागरिकों के घर-घर जाकर करीब 10 लाख
व्यक्तियों को चिन्हित कर शासन की योजनाओं
से लाभान्वित किया जा रहा है। देश में संभवत:
पहली बार एक साथ 8 फरवरी को इतनी बड़ी
संख्या में लोग लाभान्वित होंगे। स्मार्ट सिटी
निर्माण कार्यों पर आगामी 5 वर्ष में 83 हजार
करोड़ व्यय करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि पर्यटन से
रोजगार के प्रयासों में हनुवंतिया में जल महोत्?
सव का आयोजन किया गया था। इसमें एक माह
की अवधि में 5 लाख सैलानी आए। ऐसे कार्य
अन्य जल संरचनाओं में भी किये जायेंगे। उन्होंने
कहा कि आगामी 18 फरवरी को मिल-बाँचें
मध्यप्रदेश कार्यक्रम का आरंभ किया जायेगा।
इससे बच्चों के भाषा ज्ञान को बेहतर बनाने का
प्रयास जन-भागीदारी से किया जा रहा है। उन्होंने
सभी शिक्षितों से अनुरोध किया कि 18 फरवरी
को विद्यालयों में जाकर बच्चों के साथ समय
बिताकर अभियान को सफल बनाएं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पर्यावरण और नदी
संरक्षण के अभियान नमामि देवी नर्मदे का
उल्लेख करते हुए कहा कि नर्मदा के तटों के जंगलों
को पुनर्जीवित करने तट के एक किलोमीटर के
क्षेत्र में फलदार वृक्षों का रोपण किया जायेगा।
घाटों पर चेंजिंग रूम बनवाये जा रहे हैं। विसर्जन
कुण्ड और मुक्तिधाम बनाने और मल-जल का
ट्रीटमेंट कर खेती में उपयोग करने के प्लांट लगाये
जा रहे हैं। तट के किनारे फलदार वृक्ष लगाने वाले
किसानों को 20 हजार रूपये की राहत राशि दी
जायेगी। गड्ढे भी खुदवाये जायेंगे। नर्मदा तट के
5 किलोमीटर क्षेत्र में शराब की दुकान नहीं
खुलेगी। प्रदेश में अब कोई नई शराब की दुकान
नहीं खुलेगी। शराब निर्माण की फैक्ट्री भी नहीं
लगेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में सुशासन के प्रयास तेजी
से जारी हैं। लोक सेवा गारंटी कानून, ई-टेंडर
पेमेंट व्यवस्थाएँ करने के साथ ही सी.एम. हेल्प
लाईन जैसी व्यवस्थाएँ की गयी हैं। उन्होंने
बताया कि हेल्प लाईन की वे स्वयं मानीटरिंग कर
रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में आनंद का अहसास
अत्यंत जरूरी है। इसके लिये आनंद विभाग गठित
किया गया है। विभाग द्वारा आनंद की अनुभूति के
कार्यक्रम 14 से 21 जनवरी के मध्य आयोजित
करने के सार्थक परिणाम मिले हैं। प्रदेश के 51
जिलों में दान देने के सुख और जरूरत पूरी होने के
पारस्?परिक आनंद के लिये आनंदम केंद्र खोले
गये है। यंत्रवत जीवन में विचारों के विराम से
आनंद की अनुभूति के लिये अल्प विराम कार्यक्रम
शीघ्र शु्रू किया जायेगा।
गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्यमंत्री श्री चौहान
ने ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया।
शानदार मार्च पास्ट और विभिन्न विद्यालयों के
बच्चों द्वारा प्रस्तुत मनमोहक सांस्कृतिक
कार्यक्रम और विभागों द्वारा प्रदर्शित 18
झाँकियों का अवलोकन किया। आकर्षक झाँकियों
में माँ नर्मदा की महिमा और प्रदेश की विकास
गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम के पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने
शौर्य स्मारक पहुँचकर वीर शहीदों को पुष्पांजलि
अर्पित कर नमन किया। इस अवसर पर उनकी
धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी साथ थी।
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