जबलपुर, स्टार भास्कर /संवाददाता. शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी ने आज जबलपुर (मध्यप्रदेश) के रमनगरा स्थित नर्मदेश्वर मन्दिर में संपादकों से चर्चा करते
हुए साईं पूजन का विरोध और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ
(आरएसएस) के वक्तव्यों पर करारा प्रहार किया. करीब
45 मिनट के गम्भीर वैचारिक चिंतन के दौरान शंकराचार्य
ने धर्मगुरुओं और संतों के कार्यों और उनकी कथनी पर
भी सवाल खड़े किए. शहर के संपादकों से विचार विमर्श
करते हुए उन्होंने देश की दशा और दिशा तय करने वाले
तमाम अहम मुद्दों पर मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण
बताया.
शंकराचार्य ने साईं समारोह के लिए सरकार द्वारा 3000
करोड़ की फंडिग पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि जब
स्वयं साईं ट्रस्ट आर्थिक रूप से समर्थ है तब यह फंडिंग
किसे उपकृत करने की जा रही है. उन्होंने हिन्दू हितों की
अनदेखी के लिए सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा
कि राजनेता भी इस दिशा में अपनी भूमिका निभाने में
नाकाम रहे. पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी का उल्लेख
करते हुए स्वरूपानन्द जी ने कहा कि वे इकलौती ऐसी नेता
थीं जो हिन्दू समाज से जुड़े मामलों में शंकराचार्यों से
सलाह मशविरा करती थीं.
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