भोपाल: समय श्री पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन कनखल के कोठारी तथा अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत मोहनदास संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए। हालही में उन्होंने फर्जी संतों की सूची जारी की थी| महंत मोहनदास शुक्रवार रात दो बजे हरिद्वार- लोकमान्य तिलक एसी सुपरफास्ट से मुंबई के लिए रवाना हुए थे। अगले दिन रात में ट्रेन के भोपाल पहुंचने पर एक भक्त को उनके गायब होने की जानकारी मिली। वहीं महंत मोहनदास के लापता होने तथा उनके फोन की अंतिम लोकेशन गुना के पास मिलने की खबर पर रेलवे पुलिस बाबा मोहनदास की तलाश में जुट गई है।
ट्रेन 17 सितंबर को सुबह 8.40 बजे कल्याण स्टेशन पर पहुंच गई, लेकिन महंत ट्रेन में नहीं थे। बर्थ पर केवल उनका सामान था, जिसे कल्याण में महंत दामोदरदास ने उतार लिया। उनके बारे में अन्य अखाड़े से जुड़े लोगों के पास भी सूचना नहीं है। उनके लापता होने से हड़कंप मच गया है| किसी को उनकी जानकारी नहीं है जिससे किसी अनहोनी की आशंका बनी हुई है| अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और बड़ा अखाड़ा से जुड़े संतों ने महंत मोहनदास के अपहरण की आशंका जताई है। उन्होंने दावा किया कि फर्जी संतों की सूची जारी करने के बाद से परिषद के पदाधिकारियों को धमकियां मिल रही हैं।
रविवार की सुबह जब महंत के लापता होने की खबर पुलिस, प्रशासन और रेलवे की सुरक्षा एजेंसियों के पास पहुंची, तब भोपाल रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों में फुटेज खंगाले गए, लेकिन ट्रैन के किसी भी कोच से कोई साधु जैसा व्यक्ति उतरता हुआ नहीं दिखाई दिया।
दरअसल, कनखल के बड़ा अखाड़ा उदासीन के कोठारी महंत मोहनदास का मुंबई के बॉम्बे हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। डॉक्टरों ने आपरेशन के लिए 18 सितंबर की तारीख दी थी। जिसके लिए महंत मोहनदास शुक्रवार रात दो बजे हरिद्वार-लोकमान्य तिलक एसी सुपरफास्ट से मुंबई के लिए रवाना हुए थे।