नकल पकड़ी गई तो केन्द्राध्यक्ष पर होगी एफ.आई.आर.—कलेक्टर की चेतावनी
निलंबन की कार्यवाही भी होगी
जबलपुर: कलेक्टर महेश चन्द्र चौधरी ने आज बोर्ड परीक्षाओं के लिए जिले में बनाये गये सभी परीक्षा केन्द्रों के केन्द्राध्यक्षों की बैठक में नकल रोकने सख्ती बरतने के निर्देश दिये हैं । श्री चौधरी ने बैठक में साफ शब्दों में केन्द्राध्यक्षों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी भी परीक्षा केन्द्रों में नकल के प्रकरण पकड़े गये तो इसकी पूरी जिम्मेदारी केन्द्राध्यक्ष की होगी और उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई के साथ-साथ एफ.आई.आर. भी दर्ज कराई जायेगी ।
बोर्ड परीक्षाओं की व्यवस्थाओं और इस संबंध में प्राप्त दिशा-निर्देशों को लेकर चर्चा करते हुए कलेक्टर कार्यालय में सम्पन्न हुई इस बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती हर्षिका सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी एस.के. अग्रवाल एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे ।
कलेक्टर ने बैठक में सभी केन्द्राध्यक्षों से कहा कि उनकी मंशा जबलपुर जिले में बोर्ड परीक्षाओं को नकल रहित बनाने की है । लेकिन परीक्षा के संचालन के लिए तैनात अमले की लापरवाही से परीक्षाओं के पहले दिन ही पाटन के कुछ परीक्षा केन्द्रों में नकल प्रकरण पकड़े गये । श्री चौधरी ने कहा कि अब आगे परीक्षाओं में नकल और किसी भी तरह के अनुचित साधनों का प्रयोग न हो यह सुनिश्चित करना केन्द्राध्यक्षों की जिम्मेदारी है । कलेक्टर ने साफ-साफ कहा कि नकल रोकने के सख्त उपायों से यदि परीक्षा परिणाम कमजोर आता है तो यह मंजूर है लेकिन अच्छे परीक्षा परिणाम आयें इसके लिए नकल हो यह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा ।
कलेक्टर ने केन्द्राध्यक्षों से कहा कि उन्हें बोर्ड परीक्षाओं के लिए सौंपे गये दायित्वों को समझना होगा और पूरी निष्ठा के साथ उनका पालन करना होगा । उन्होंने कहा कि यदि केन्द्राध्यक्षों को लगता है कि परीक्षा के लिए तैनात अमले की निष्ठा संदिग्ध है या कोई पर्यवेक्षक इस बारे में जारी दिशा-निर्देशों की उपेक्षा कर रहा है तो वे इसकी जानकारी सीधे उन्हें दे सकता है और लिखित में भी शिकायत कर सकता है ।
श्री चौधरी ने कहा कि केन्द्राध्यक्षों द्वारा की गई शिकायतों को गंभीरता से लिया जायेगा और नियमों के उल्लंघन करने वाले या संदिग्ध निष्ठा वाले पर्यवेक्षकों पर तत्काल कार्यवाही की जायेगी । कलेक्टर ने केन्द्राध्यक्षों को परीक्षाओं के दौरान बाहरी व्यक्तियों के परीक्षा केन्द्र परिसर में प्रवेश पर लगाये गये प्रतिबंधों का भी सख्ती से पालन करने की हिदायत दी । उन्होंने कहा कि यदि कोई बाहरी व्यक्ति परीक्षा केन्द्र परिसर में प्रवेश करता है या परीक्षा के संचालन में हस्तक्षेप करता है तो इसकी जानकारी भी केन्द्राध्यक्ष सीधे उन्हें दे सकते हैं । परीक्षा में दखल देने वाले ऐसे तत्वों पर प्रशासन सख्त कार्यवाही करेगा ।
श्री चौधरी ने कहा कि केन्द्राध्यक्षों को उनके परीक्षा केन्द्रों में परीक्षा के संचालन के लिए तैनात प्रत्येक कर्मचारी की गतिविधियों पर नजर भी रखनी होगी । थोड़ी सी भी लापरवाही पाये जाने पर उन्हें समय-समय पर चेतावनी भी दें और कार्यवाही के लिए प्रस्ताव भेजें । उन्होंने परीक्षा प्रारंभ होने के पूर्व परीक्षा केन्द्र में प्रवेश के समय प्रत्येक परीक्षार्थी की सघन तलाशी लेने के निर्देश भी केन्द्राध्यक्षों को दिये ।
कलेक्टर ने कहा कि उनका मकसद सिर्फ इतना है कि बोर्ड परीक्षाओं के पहले दिन नकल प्रकरण पाये जाने से जो माहौल खराब हुआ है तथा जिले की छवि पर खराब असर पड़ा है, उसमें सुधार होना चाहिए । उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए केन्द्राध्यक्षों के सहयोग के लिए प्रशासन द्वारा प्रेक्षकों और निरीक्षण दलों का गठन भी किया गया है । केन्द्राध्यक्ष अपने परीक्षा केन्द्र में नकल न हो इसके लिए इन अधिकारियों और निरीक्षण दलों का सहयोग भी ले सकते हैं ।
श्री चौधरी ने कहा कि नकल रोकने की दिशा में जो केन्द्राध्यक्ष अच्छे और कठोर कदम उठायेंगे उनके काम की तारीफ की जायेगी । इसके साथ ही नकल के मामले पाये जाने पर संबंधित केन्द्राध्यक्ष को दण्ड भी भुगतना होगा । श्री चौधरी ने बैठक में केन्द्राध्यक्षों को परीक्षाओं को लेकर सकारात्मक वातावरण बनाने के भी निर्देश दिये । उन्होंने कहा कि केन्द्राध्यक्ष परीक्षार्थियों को बुलायें और उन्हें समझायें कि सिर्फ कड़ी मेहनत ही परीक्षाओं से उन्हें सफलता दिला सकती है । कलेक्टर ने केन्द्राध्यक्षों से कहा कि वे अपनी जिम्मेदारियों को बोझ न समझें बल्कि अपने दायित्वों का निर्वाह पूरे उत्साह से करें ।
कलेक्टर ने बैठक में सभी केन्द्राध्यक्षों को परीक्षार्थियों की उचित बैठक व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये । उन्होंने केन्द्राध्यक्षों से अपेक्षा की कि वे अब नकल नहीं होने देंगे । इसके साथ ही उन्होंने कड़े शब्दों में चेतावनी भी दी कि परीक्षा केन्द्र परिसर में एक भी नकल या पर्ची पाई गई तो फिर उन्हें हर हाल में निलंबन और अनुशासनात्मक कार्यवाही का दण्ड भुगतना होगा ।