नर्मदा सेवा यात्रा की तैयारियों के प्रति अफसरों के सुस्त रवैए पर कलेक्टर खफा सम्बन्धित अफसरों को शो-कॉज नोटिस, निलम्बन की दी चेतावनी
कलेक्टर महेशचन्द्र चौधरी ने आने वाले समय में जिले में नर्मदा सेवा यात्रा के कार्यक्रमों की तैयारियों के प्रति कुछ अधिकारियों के लापरवाह और सुस्त रवैए को लेकर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने सम्बन्धित अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए तथा उन्हें आगाह किया कि कार्य में सुधार न होने पर उनके विरूद्ध निलम्बन की कार्यवाही होना तय है।
कलेक्टर ने जानना चाहा कि ग्राम पंचायतवार दलों का गठन अब तक क्यों नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि फील्ड में कृषि और उद्यानिकी विभागों का कोई प्रभावी काम नजर नहीं आ रहा है। श्री चौधरी ने इस सिलसिले में कृषि और उद्यानिकी विभागों के अधिकारियों द्वारा काम के प्रति गंभीरता नहीं बरते जाने को लेकर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने सम्बन्धित अनुविभागीय अधिकारियों के स्तर पर भी अपेक्षित ध्यान नहीं दिए जाने को रेखांकित किया। श्री चौधरी ने स्वास्थ्य व शिक्षा विभागों की संस्थाओं और महिला एवं बाल विकास के आंगनबाड़ी केन्द्रों में पौधारोपण के बारे में जानकारी ली तथा बताई गई संख्या को लेकर असंतोष व्यक्त करते हुए सम्बन्धित विभाग प्रमुखों से जवाब तलब किया।
श्री चौधरी ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बुधवार को अपने विभाग से सम्बन्धित लिखित कार्य-योजना प्रस्तुत करें। ऐसा करने में असफल रहने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की अनुशंसा की जाएगी। उन्होंने बिजली कम्पनी व ग्रिड कार्पोरेशन के अधिकारियों को भी पौधारोपण सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वच्छता, पौधारोपण व पोषण आहार वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने परियट नदी से जलकुम्भी निकालने के लिए प्रभावी कदम न उठाने को लेकर सम्बन्धित कार्यपालन यंत्री के प्रति सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि गंदा पानी नर्मदा जी में मिलने को लेकर ईई के बेपरवाह रवैए के चलते उनके विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाए।
नर्मदा सेवा यात्रा के सिलसिले में कलेक्टर ने आगाह किया कि मुख्यमंत्री जी नर्मदा सेवा समितियों के एक्शन प्लान के तहत हुई गतिविधियों का जायजा लेंगे। अतएव दक्षिणी तट की समितियों द्वारा कार्य-योजना के तहत की गई कार्यवाही का ब्यौरा संकलित किया जाए। तटीय क्षेत्रों में ग्राम एवं पंचायतवार समितियों के गठन की जिम्मेदारी तथा दोनों तटों के लिए पृथक्-पृथक् योजना तैयार करने का जिम्मा सीईओ जिला पंचायत हर्षिका सिंह को सौंपा गया। श्री चौधरी ने कहा कि योजनाबद्ध ढंग से पौधारोपण कार्य अविलम्ब शुरू किया जाए। सीएमएचओ को निर्देशित किया गया कि वे ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य संस्थाओं में पौधारोपण कार्य तत्काल शुरू कराएं। कलेक्टर ने तटीय क्षेत्रों व नजदीकी इलाकों में बड़े पैमाने पर पौधारोपण के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्थाएं सीईओ जिला पंचायत तथा शहरी इलाकों में एडीएम सिटी की देखरेख में की जाएंगी।
बैठक में नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान प्रस्तावित बड़े कार्यक्रमों के स्थलों के सिलसिले में विस्तृत चर्चा हुई। कलेक्टर ने इन स्थलों पर जरूरी कार्यों के लिए विभिन्न अधिकारियों को दायित्व सौंपे। बिजली कम्पनी के अधिकारियों को हिदायत दी गई की कि नर्मदा के तटीय क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था दुरूस्त करने शीघ्र कदम उठाएं। पीएचई के अधिकारियों को हैण्डपम्प दुरूस्त कराने तथा सीएमएचओ को स्वास्थ्य सेवाएं चाक-चौबंद करने के लिए पहल करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने इस बात पर जोर दिया कि अधिकारी ग्रामीणों को पौधारोपण करने के लिए सतत् रूप से प्रेरित करें।
बैठक के दौरान कलेक्टर श्री चौधरी ने आधार जनरेशन के कार्य को काफी अच्छा बताते हुए ई-गवर्नेंस मैनेजर चित्रांशु त्रिपाठी की कार्यप्रणाली की प्रशंसा की। उन्होंने सीएम हैल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण के सम्बन्ध में विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि अधिकारियों की यह कोशिश होनी चाहिए कि हैल्पलाइन के प्रकरणों का निराकरण उनके स्तर पर ही कर लिया जाए तथा प्रकरण उच्चतर स्तर पर न पहुंचें। हाल ही में स्लैब गिरने से घटी दुर्घटना का जिक्र करते हुए कलेक्टर ने आगाह किया कि निर्माण विभागों के इंजीनियर्स निर्माण कार्यों के सम्बन्ध में स्थापित मानदण्डों व सावधानियों का पालन सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने परीक्षाओं के निरीक्षण के लिए तैनात किए गए कुछ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं करने को लेकर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने डेयरियों की चैकिंग के अभियान को निरन्तर जारी रखने की हिदायत भी दी। श्री चौधरी ने बर्फ फैक्ट्रियों की सैम्पलिंग के लिए सीएमएचओ और अनुविभागीय अधिकारियों को पाबंद किया ताकि बर्फ बनाने में दूषित पानी के प्रयोग से आम जन का स्वास्थ्य खराब होने से बचाया जा सके।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत हर्षिका सिंह, अपर कलेक्टर छोटे सिंह व संजय गुप्ता तथा सभी विभाग प्रमुख मौजूद थे।