मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाले के बाद अब कटनी
हवाला मामले में भी रहस्यमय मौतों का सिलसिला शुरू
हो गया है. हवाला कांड के आरोपी और कोयला
कारोबारी संतोष गर्ग की हरिद्वार में संदिग्ध
परिस्थितियों में मौत होने की खबर है. इस सूचना पर
गर्ग का परिवार हरिद्वार रवाना हो गया है.
बहुचर्चित कटनी हवाला कांड में आरोपी बनाए गए
आरोपी संतोष गर्ग ने कथित तौर पर अपने कर्मचारी
अमर दहायत से नाम से कंपनी बनाकर फर्जी खाता
खुलवाया था. बैंक मे फर्जी खाता खोलकर लगभग 90
करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया था. कटनी पुलिस
ने संतोष गर्ग की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का
इनाम रखा था.
हवाला कारोबार का खुलासा होने पर पुलिस ने अमर की
शिकायत पर संतोष के खिलाफ 22 दिसंबर 2016 को
एफआईआर दर्ज की थी. तब से ही संतोष फरार था.
संतोष गर्ग का जबलपुर हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत
का आवेदन भी खारिज हो गया था.
संतोष गर्ग जबलपुर जिले के सिहोरा तहसील का रहने
वाला था. सिहोरा के ब्राह्मणपुरा के स्थानीय लोगों के
अनुसार संतोष गर्ग के घर की माली हालत देख संभव
नहीं लगता कि वह अपने बैंक अकाउंट में एक लाख रुपए
भी जमा कर सके. उसके नाम से बैक में अकाउंट खोल
कर 90 करोड़ जमा होना अपने आप ही संदेह में हैं.
हरिद्वार में अंतिम संस्कार
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि संतोष का अंतिम
संस्कार हरिद्वार में ही किया जाएगा. उसके निधन की
सूचना पर परिवार के सदस्य हरिद्वार के लिए रवाना हो
गए, जबकि पत्नी के उसके साथ ही होने की बात कही
जा रही है.