आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी दी जाएगी नर्सरी स्कूलों के समान शिक्षा
पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण सम्पन्न
जबलपुर: जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी अब बच्चों को नर्सरी स्कूलों के समान शिक्षा दी जाएगी। इस सिलसिले में महिला एवं बाल विकास विभाग की 33 पर्यवेक्षकों को स्वाधार शेल्टर होम जबलपुर में कुशलता विकास का 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया जिसका शनिवार को समापन हुआ। मास्टर्स ट्रेनर्स रीता हरदाहा और श्रद्धा चौकसे ने पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा मनीष शर्मा ने बताया कि पर्यवेक्षकों को बच्चों का विकास, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा, सीखने की प्रक्रिया, क्षमताएं और बच्चों का सर्वांगीण विकास करने के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया गया। एकीकृत बाल विकास सेवा के तहत बाल विकास सेवाओं के नवीन स्वरूप, माता-पिता की अपेक्षाएं, बाल-मन का अवलोकन तथा खेल-खेल में शिक्षा की दैनिक गतिविधियों के आयोजन के बारे में प्रशिक्षुओं को जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें आंगनबाड़ी समय-सारिणी व केन्द्र संचालन के दौरान ध्यान दिए जाने योग्य महत्वपूर्ण पहलुओं, प्री-स्कूल किट का उपयोग, शिशु विकास कार्ड का संधारण, बाल-चौपाल, बाल-सभा का आयोजन और शाला पूर्व शिक्षा के लिए कार्य-योजना बनाने के बारे में भी उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। पर्यवेक्षकों को आंगनबाड़ी केन्द्रों का भ्रमण कराया गया ताकि वे अनुभव साझा कर सकें। समूह के द्वारा केन्द्रों के संचालन के अलावा सोच-समझकर बोल प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता आयोजित की गई और पर्यवेक्षकों से प्रतिदिन रोल प्ले भी कराया गया।
- कार्यक्रम अधिकारी ने जानकारी दी कि इस प्रशिक्षण के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे आंगनबाड़ी केन्द्रों में नर्सरी के समान गतिविधियां संचालित करने के बारे में जानकारी हासिल कर सकें।